हाँ ऐसा ही है बल एक के बाद एक दुख आते रहे इस जिंदगी में...कभी कभी तो लगा था टूट ही गया हूँ मैं, पर अच्छा हुआ कि खुश रहने का तरीका मिल गया मुझे।

gopu-bisht-pahadi
अपने पहाड़ गाँव की लोक संस्कृति, परम्पराओं, जीवन शैली, खान-पान के प्रति एक तरह के गहरे लगाव से आज मुझे खुश रहने का अंदाज मिल गया है।
कई मित्र ये भी जरूर सोचते हैं कि मैं ये क्या झाड़-पात पोस्ट करता हूँ सोशल साईट्स के माध्यम से....तो मैं यही बताना चाहूँगा कि यही तो राज मिला है मुझे खुश रहने का इस वैब की दुनिया के माध्यम से।

यूं तो दिनभर में दुनिया भर से दूर रहने वाले पहाड़ी मित्रों अंजाने (ददा, भूली, दीदी, बैनीयों, कका) लोगों के फोन और संदेश आते हैं.....पर केवल एक ही फोन या संदेश भी मुझे ढेर सारी खुशी दे जाता है।
इस पोस्ट को लिखने से पहले अभी 30 मिनट पहले एक अनजाने भाई (देवेन्द्र) जी का फोन आया था California(US) से बल कह रहे थे दिल जीत लिया यार तुमने....हम पहाड़ से दूर होते हुये भी पहाड़ के पास पहुँच जाते हैं तुम्हारे पहाड़ी विडियो और पोस्टों को देखकर।

यकीन मानिये मेरा हौंसला और बड़ गया....और अपने प्रयास को खुद ही सराहने लगा और वो ही मुझे मुस्कुराहट दे गया।

 ये भी कुछ जरियाहैं मेरे पहाड़ गाँव को महसूस करने के आप देख सकते हैं।

पहाड़ी विडियो चैनल: http://goo.gl/tjuOvU
फेस्बूक पेज: www.facebook.com/MayarPahad
ब्लॉग: http://gopubisht.blogspot.com
वैबसाइट: www.devbhoomiuttarakhand.com

पहाड़ी विडियो चैनल: http://goo.gl/tjuOvU को Subscribe जरूर करें दोस्तों। आपको अपने पहाड़ गाँव की ओरिजिनल विडियो देखने को मिलेंगी। फेस्बूक पेज "प्यारी जन्मभूमि हमरो पहाड़ -उत्तरांचल" को भी जरूर Like करें इस पेज में आपको पहाड़ से जुड़ी रोज की जानकारी एवं पैट(गते) की पोस्ट भी मिलेंगी।

धन्यवाद। 

2 Comments

  1. एक सीख तो मुझे भी आपसे मिली की घर से दूर, परेशानियों के बीच खुश केसे रहा जा सकता हैं. धन्यवाद दा.

    ReplyDelete

Post a Comment

Previous Post Next Post