बारिश का कहर
उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से भारी तबाही हुई है। चारो और तबाही का आलम है बारिश ने यंहा पिछले 88 सालो के रिकार्ड ध्वस्त कर दिए है. विभिन्न स्थानों पर बारिश , भू स्खलन , और बादल फटने से अब तक 25 लोगो की मोत हो चुकी है जबकि लापता होने वालो की संख्या 200 के करीब पहुँच गयी है ।
राज्य के चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़ जनपदों का सम्पर्क राजधानी देहरादून से पूरी तरह टूट गया है । उत्तराखंड सरकार ने पुष्टि की है और करीब 40000 यात्री राज्य में चार धाम यात्रा मार्गो पर फसे है लेकिन उनकी मदद करने के राज्य सरकार के तमाम प्रयास विफल हो गए है ।
धारचूला, पिथौरागढ़ में काली नदी ने रुख बदला, जान-माल की क्षति, नेपाल की ओर भारी नुकसान की खबर। पानी का स्तर सामान्य से काफी ऊपर है । उत्तरकाशी तबाही की कगार पर है, अलकनंदा अपने उग्र रूप में श्रीनगर से बह रही है! गंगा हरिद्वार को मिटाने पर तुली है! कर्णप्रयाग मैं भी बारिश की वजह से काफी तबाही हुयी है ........पानी का स्तर सामान्य से काफी ऊपर है
सम्पूर्ण उत्तराखंड इस वक्त तहश नहश हो रहा है!
बारीश में फंसे लोगों की मदद के लिए राज्य सरकार ने हेल्पलाईन नंबर जारी किया है। कंट्रोल रूम के नंबर उत्तरकाशी - 01374-226126-22 6461
टिहरी - 01376- 233433
चमोली - 01372 -251437, 01372 - 1077(टोल फ्री)
रुद्रप्रयाग - हेल्पलाइन : आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम 1077 और 01364-233727
सड़क दुर्घटना
वही दूसरी ओर कुमाऊं मण्डल में अल्मोड़ा जिले के सेराघाट में दिल्ली से लौट रही रोडवेज की दो बसें धौलछीना के पास खाई में गिर गई। एक बस से चार शव और 20 घायलों को निकाला गया है। जगह-जगह मार्ग अवरुद्ध होने से बचाव दल मौके पर नहीं पहुंच सका था।
सोमवार सुबह दिल्ली से धारचूला और गंगोलीहाट जा रही रोडवेज की दो बसें अल्मोड़ा जिले के सेराघाट क्षेत्र में कसान बैंड के पास मलबा गिर जाने से खाई में गिर गई।
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