आल-चांण (हमारे पहाड़ी ढाबे वाले दुकानों की पहचान)
"चाण खै जाये म्यार होटल" आहा महाराज ये केवल आलू-चने नहीं ठहरे हाँ ये…
"चाण खै जाये म्यार होटल" आहा महाराज ये केवल आलू-चने नहीं ठहरे हाँ ये…
' तरुड़ या तेड़ ' हमारे पहाड़ यानि उत्तरखंड में महाशिवरात्री के व्रत में…