story of pahad खुश रहने का बहाना मिल गया ठहरा मुझे...पहाड़ गाँव से Gopu Bisht 1:39 PM हाँ ऐसा ही है बल एक के बाद एक दुख आते रहे इस जिंदगी में...कभी कभी तो लगा था टूट…