महाराज यों शहर'न में की हुन्छ 15 अगस्त येँ ऐ भेर पत्त लागौ। 15 अगस्त क दिन के नि हुनेर भेई यां सिवाय सरकारी छुट्टी क। क्वे घुमनी नैह जानी विकेंड में भ्योई तो, नतर दिन भरी घर'क छत में पतंग उड़ाओ, डीजे लगे भेरे हका हाक करौव कोल्ड ड्रिंक,
15 अगस्त की प्रभातफेरी |
ब्रेड पकोड़ा, समोसा पार्टी बस योई भ्योई शहरों क स्वतंत्रता दिवस।
पर हमार पहाड़ में आझी तलक ले 15
अगस्त की जो रौनक हुंछी वी जस कति नि भ्योई। दिगौलाली, 15 अगस्त की तें सांस्कृतिक प्रोग्राम क तैयारी 15- 20 दिनन पैलि भटी है जनेर भै सबे स्कूलों में। कार्यक्रम लोकसंस्कृति, देशभक्ति पर आधारित हुनेर भ्याई, हंसी मज़ाक क तें ले कुछ कुछ कार्यकर्म हुनेर भ्याई, और खेल प्रतियोगिता क ले इंतजाम हुनेर भ्योई।
खैर आब बात करनू कौस हुछ्यू हमार स्वतंत्रता दिवस यानि 15 अगस्त, दिगौ 15 अगस्त हैं पैलि ब्याल कें भांग या क्वे दूसरा क लट्ठ लै कागज क हाथ'ल बनाई तिरंगा चिपके दिछ्यां, स्कूल'क नई ड्रेस तैयार राख़ छ्याँ ऊई नील कमीज खाखी पेंट, काल बूँट, ज्वात।
15 अगस्त की राते जल्दी उठन भ्योई किले कि 6 बाजी तलक स्कूल में पूजन हुनेर भ्योई 6:30-7:00 बाजी बे प्रभात फेरी शुरू हुनेरे भै। आहा रे हाथ में झंड थमे भेर एक हाथ में फूल या थेल(अगर प्रोग्राम में भाग हुंछयों तो थिकाव/कपड़ वीक हिसाब ल) सब आस पड़ोस क स्कूल क दगड़ी पूजी जछ्यां स्कूलन में, शिशु मंदिर वाल आपण स्कूल, प्राइमेरी वाल आपण स्कूल और हाईस्कूल इंटर वाल आपण स्कूल।
फिर आपण आपण स्कूल बे प्रभात फेरी शुरू हुंछी और बजार तक उंछया जाँ फिर और ले स्कूल'नक प्रभात फेरि दगड़ भेंट है जांछी। "सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तान हमारा हमारा, सारे जहां से अच्छा"
जोर ज़ोर ल नार लगुनेर भियाँ बीच बीच में,
" आज क्या है ? - 15 अगस्त, 15 अगस्त - जिंदाबाद, इंकलाब -जिंदाबाद, 15 अगस्त - अमर रहे"
"अन्न जहां का - हमने खाया, वस्त्र जहां के - हमने पहने, वो है प्यारा -देश हमारा, इसकी रक्षा कौन करेगा - हम करंगे हम करंगे हम करंगे"
प्रभात फेरी द्वि लाईन में लगुंछया, कति कति संगून बाट(सकरा रास्ता) हुंछयों तो एके लाईन है जनेरे भै, किनार'न में मासाब लोग हिट छीं, बजार में दुकानदार लोग चंद ले दिछी नानतिनों क मिष्ठान क तें।
दिगौ, प्रभातफेरी बाद सब आपण आपण स्कूल में पुजछी और वां प्रिंसिपुल साहब और पीटीआई मासाब झण्डा रोहण करनेर भ्याई, कभे कभे क्वे गौं क प्रधान ज्यू या गणमान्य बुजुर्ग आदिम क द्वारा ले झण्डा रोहण करी जांछयु, फिर राष्ट्रगान और 15 अगस्त क बधाई संदेश मिलछ्यु प्रिंसिपल साब द्वारा। सब लोग बैठ जंछया आपण आपण स्थान पर वीक बाद द्वि चार लौंड मौंड द्वि द्वि मिश्री कंडीक (मिष्ठान) दिंछी, जो बाद बाद में टॉफी और आजकल आब मीठे क रूप में बदल ग्योछ अधिकतर जाग ।
आहा रे, वीक बाद हुंछयु सांस्कृतिक कार्यकर्म नक तैयारी, हर कलास क ठुल ठुल लौंड मौंड पैलि त कुर्सी टेबल, और चटाई वगैरा बीछू छी मंच ले जल्ले कार्यक्र्म हुंछी....तब तक और स्कूल'क नानतिन ले ऐ जनेरे भ्याई, मेहमान वगैरा ऐ जनेरे भ्याई मुख्य अतिथि लोग जास।
शुरू सबसे पैलि स्वागत गीत'ल हुछ्यू फिर, भाषण, लोक्सांस्कृतिक कार्यक्र्म वगेरा वगेरा। वीक बाद समापन हुंछयु और जो ले लोगबाग 15 अगस्त देखनी ऐ रुंछी उनन कें ले मिष्ठान बांटी जांछयु। खेल प्रेमी लोग खेल कार्यक्रम क तें रुक छीं और बाँकी लोग घरन हीं जांछी।
बाजार में जलेब, आलू गुटुक पाकी रुंछी सब लोग ल्हिजनेर भ्याई आपण आपण घर हीं।
यौस हुंछयु हमार 15 अगस्त.....दिगौलाली। ऊँ दिन आब कभे नि उन हाँ याद अवस्य रौल।
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"Gopu Bisht ठेठ पहाड़ी" यूट्यूब विडियो चैनल पर आपको गाँव के स्कूल की प्रभातफेरी और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी देखने को मिलंगे 15 अगस्त के।
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